tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post984826598557983711..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: कुलधरा: एक वीरान भुतहा गाँवनीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-83957774777057044562017-06-15T02:26:40.965+05:302017-06-15T02:26:40.965+05:30Meri kasmir yatra me aapki madad ke darkar rehegi....Meri kasmir yatra me aapki madad ke darkar rehegi.नीरजमुसाफिरhttps://www.blogger.com/profile/10061005157621670255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-69637884036577681612017-06-15T02:25:01.733+05:302017-06-15T02:25:01.733+05:30Dhanyawad niraj ji hamare purvjo ka itehas batane ...Dhanyawad niraj ji hamare purvjo ka itehas batane ke liye.<br /><br />नीरजमुसाफिरhttps://www.blogger.com/profile/10061005157621670255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-7277434861665412122017-02-23T11:43:37.487+05:302017-02-23T11:43:37.487+05:30कुलधरा को देखने के लिए कम से कम आधा दिन चाहिए ! आप...कुलधरा को देखने के लिए कम से कम आधा दिन चाहिए ! आप उस भुतहा गांव की पतली पतली गलियों से गुजर कर देखिये , उन घरों में लगने वाले टांड देखिये , नहाने और पानी इकठ्ठा करने की जगहों को देखिये , अभिभूत हो जाएंगे ! सही कहा नीरज भाई आपने -संरक्षण के चक्कर में कुलधरा का मूलरूप ही कहीं गायब न हो जाए !!Yogi Saraswathttps://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-65811059975886697562017-02-02T00:29:55.222+05:302017-02-02T00:29:55.222+05:30सही कहा आपने...सही कहा आपने...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-28573470684239688962017-02-02T00:29:16.357+05:302017-02-02T00:29:16.357+05:30सब ‘पर्यटकों’ की करामात है...सब ‘पर्यटकों’ की करामात है...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-48546780760247545512017-01-31T22:24:31.051+05:302017-01-31T22:24:31.051+05:3022 photo me ghar ki deewar par dil bana hua he.......22 photo me ghar ki deewar par dil bana hua he....ANURAGAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-25703074795189104712017-01-31T18:32:31.884+05:302017-01-31T18:32:31.884+05:30कुलधारा का रोचक वर्णन। वैसे कुलधारा गाँव पर कुछ डो...कुलधारा का रोचक वर्णन। वैसे कुलधारा गाँव पर कुछ डोक्युमेंटरीज भी बन चुकी है। जिसमे तथाकथित श्राप और प्राकृतिक आपदाओ या महामारियों का जिक्र है। जैसलमेर जिला जल संरक्षण मे काफी आगे है यहाँ केवल 15 से 20 मिमी से ज्यादा कभी बारिश नही होती फिर भी यहाँ कभी अकाल जैसी परिस्थितियां नही बनती।pawan kaithwashttps://www.blogger.com/profile/13223661381826416008noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-55312839847519479192017-01-30T19:29:33.373+05:302017-01-30T19:29:33.373+05:30ज़रूर जाना... अच्छी जगह है...ज़रूर जाना... अच्छी जगह है...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-48441197359677698172017-01-30T19:28:57.820+05:302017-01-30T19:28:57.820+05:30धन्यवाद सर जी...धन्यवाद सर जी...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-37006984240681456202017-01-30T12:36:27.936+05:302017-01-30T12:36:27.936+05:30जैसलमेर की दूसरी यात्रा में कुलधरा ज़रूर जाऊंगाजैसलमेर की दूसरी यात्रा में कुलधरा ज़रूर जाऊंगासंजय भभुआhttps://www.blogger.com/profile/16121674419530599557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-87312303108257074172017-01-30T11:39:06.407+05:302017-01-30T11:39:06.407+05:30हा हा... फोटो बड़ी जबर है.... हा हा... फोटो बड़ी जबर है.... विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-27357010103391343492017-01-30T11:16:52.542+05:302017-01-30T11:16:52.542+05:30वैसे तो सभी चित्र अच्छे हैं पर विशेष तौर पर 5वाँ व...वैसे तो सभी चित्र अच्छे हैं पर विशेष तौर पर 5वाँ व 21 वाँ चित्र उल्लेखनीय हैं।Tarun Kumar Aulakhttps://www.blogger.com/profile/18086487037767805126noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-78903615297618081812017-01-30T10:16:55.214+05:302017-01-30T10:16:55.214+05:30कोई बात ना भाई... तुम्हारा मन टैंट लगाने का था और ...कोई बात ना भाई... तुम्हारा मन टैंट लगाने का था और मेरा मन नहीं था... दोनों ने ही अपने मन की की...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-13473239086700839592017-01-30T10:14:48.899+05:302017-01-30T10:14:48.899+05:30कोई बात ना...कोई बात ना...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-5690142714785018672017-01-30T10:14:18.478+05:302017-01-30T10:14:18.478+05:30धन्यवाद विकास जी...
कुछ भी नहीं सोच रहा था... सेल्...धन्यवाद विकास जी...<br />कुछ भी नहीं सोच रहा था... सेल्फी ले रहा था ऐसे-वैसे मुँह बनाकर...नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-53639026932149841612017-01-30T09:28:03.790+05:302017-01-30T09:28:03.790+05:30चित्र 21...
बहुत अच्छा लगाचित्र 21...<br />बहुत अच्छा लगाAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/00558987441220716238noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-67363055691085884612017-01-30T09:21:53.911+05:302017-01-30T09:21:53.911+05:30कुलधारा की क्षबि मन मे और वीरान गाँव की थी,लेकिन व...कुलधारा की क्षबि मन मे और वीरान गाँव की थी,लेकिन वहाँ बहुत भीड़भाड़ के कारण महसूस नहीं कर सका...<br />थार यात्रा शुरू करने से पहले ही सम मे टेन्ट लगाना ही है,ऐसा इरादा ही कर ही लिया था,उसके लिए 25 किलोमीटर वापस पीछे जाना था,बस यही एक दुविधा थी,लेकिन तुमने मेरा साथ दिया,और कोई साथी होता तो जिद्द करता,साथ में ही जैसलमेर चलने की..<br />बाकि सम पहुँच कर एक ऊँट वाले से सुनसान जगह,जहाँ मोटरसाइकिल चली जाय,ऐसा पूछा तो उसने लखमना की और इशारा कर दिया,दो दिन पहले महाबार बाड़मेर मे कुत्तो ने परेशान किया था,इसलिये बीच रेतीले मैदान मे गाड़ी रोक कर 20 मिनिट रूककर इधर उधर देख लिया कोई जानवर न दिखा तो वही टेन्ट गाड़ लिया...<br />सम मे आसमान का नज़ारा देखने लायक था,लेकिन बहार ठण्ड भी बहुत थी,बाकि सम मे मेरा अनुभव अच्छा रहा,तुम साथ रहते तो और अच्छा रहता,टेन्ट मे बेठकर खाते पीते,गप्पे मारते..<br />तो ऐसा बिल्कुल नहीं है की में अकेला था इसीलिए मज़ा आया,तीनों साथ रहते तो तिगुना मज़ा करते।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00558987441220716238noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-37933755264750567062017-01-30T07:48:35.602+05:302017-01-30T07:48:35.602+05:30मूंछें न जचें हैं आप पे।मूंछें न जचें हैं आप पे।bablihttps://www.blogger.com/profile/12588214052577626344noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-38450991260991752492017-01-30T07:30:08.724+05:302017-01-30T07:30:08.724+05:30कुलधरा के विषय में जानकर अच्छा लगा। वैसे अब मुझे ल...कुलधरा के विषय में जानकर अच्छा लगा। वैसे अब मुझे लगने लगा है कि अगर किसी भी निर्जन स्थान को पर्यटक स्थल में बदलना हो तो उसके साथ कुछ भूतहा इतिहास या कहानी जोड़ दो। पर्यटक लोग दूर दूर से आयेंगे। वैसे आजकल जिस तरह से पलायन चल रहा है उस वजह से कई गाँव ऐसे ही भूतहा पड़े हए हैं। <br />रोचक संस्मरण।<br />26 वीं तस्वीर बड़ी रोचक है। क्या सोच रहे थे खिंचवाते वक्त???विकास नैनवाल 'अंजान'https://www.blogger.com/profile/09261581004081485805noreply@blogger.com