tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post7953804305206578205..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: तराहां से सुन्दरनगर तक- एक रोमांचक यात्रानीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-68978253224175516242014-06-25T14:53:40.352+05:302014-06-25T14:53:40.352+05:30जब आप जल्दी में होते हैं तो सारी कायनात आपके विरुद...जब आप जल्दी में होते हैं तो सारी कायनात आपके विरुद्ध हो जाती है। आप और ज्यादा लेट होते चले जाते हैं।ये बात एकदम सही है --- इस बार तो पढ़ते -पढ़ते थका दिया नीरज --और क्या कैमरे में रील नहीं थी या चार्ज नहीं था फोटु एक भी नहीं ---दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-73743131930404023432014-06-11T21:33:25.471+05:302014-06-11T21:33:25.471+05:30अब इस जाट को कभी नही उठाना
अब इस जाट को कभी नही उठाना <br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-22717938391496694382014-06-11T21:30:08.113+05:302014-06-11T21:30:08.113+05:30अब पता चल गयाअब पता चल गयाAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-86264816431247269462014-06-11T13:26:20.046+05:302014-06-11T13:26:20.046+05:30"छह बजे सचिन ने मुझे उठाया। मैंने कहा कि सोने..."छह बजे सचिन ने मुझे उठाया। मैंने कहा कि सोने दे, मैं अपने आप उठ जाऊंगा। फिर उसने सात बजे उठाया। इस बार भी मैंने यही कहा। वो नहीं माना- उठो, बहुत टाइम हो गया है। जल्दी चलो, नहीं तो हम लेट हो जायेंगे। मैं अनसुना करते हुए लेटा रहा तो वह मुझे हिलाने लगा। इस समय बडी गहरी नींद आ रही थी। सुरेन्द्र भी गहरा सोया हुआ था। मैं उठ तो गया लेकिन कहा कुछ नहीं। किसी शेर के सामने से शिकार छीन लो और शेर को जो गुस्सा आयेगा, उससे भी ज्यादा गुस्सा मुझे इस समय आ रहा था। इसे मैं कल से अपनी रामकहानी सुनाता आ रहा हूं, इस पर कोई असर नहीं हो रहा। मैं हालांकि चुप था लेकिन अन्दर ही अन्दर उबलता जा रहा था।"<br /><br />जो भी नीरज के साथ घूमने जाएँ वो इस बात का अवश्य ध्यान रखे कि भाई घूमने से ज्यादा सोता है !Vidhan Chandrahttps://www.blogger.com/profile/03900326176199958203noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-39362235394391743092014-06-11T11:58:21.159+05:302014-06-11T11:58:21.159+05:30थका देना वाला सफर व साथ मे रोमांचक भी.
थका देना वाला सफर व साथ मे रोमांचक भी.<br />Sachin tyagihttps://www.blogger.com/profile/05026492634418980571noreply@blogger.com