tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post7069116018898303658..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: पिण्डारी ग्लेशियर यात्रा- चौथा दिन (द्वाली-पिण्डारी-द्वाली)नीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-82938474727669640282014-01-12T10:14:09.949+05:302014-01-12T10:14:09.949+05:30वाह नीरज भाई...आपने यात्राएं सजीव करने का अच्छा तर...वाह नीरज भाई...आपने यात्राएं सजीव करने का अच्छा तरीका बताया है..आपको बधाई कि सुदूर हिमालयी क्षेत्रों में इस जूनून के साथ आप यात्राएं करते हों. घुम्मकड़ी का मजा भी तभी है जब उसे शब्दों के ब्याख्यान से जीवित किया जाय. आपका अग्रिम यात्राओं के लिए शुभ कमनाये..<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09576918893876337655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-57565009218206673672013-11-18T23:21:12.910+05:302013-11-18T23:21:12.910+05:30Great bhaiGreat bhaiamitgodahttps://www.blogger.com/profile/02786421830467128425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-23163304139021731632011-11-24T17:48:49.095+05:302011-11-24T17:48:49.095+05:30nice adventure.. dudenice adventure.. dudeJigneshhttp://jigneshbapna.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-90370513839152495522011-11-07T07:07:41.785+05:302011-11-07T07:07:41.785+05:30मस्त भाई मस्त! यह सिर्फ नीरज जाट के बस का है.....मस्त भाई मस्त! यह सिर्फ नीरज जाट के बस का है.....Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-15688628637021112902011-11-06T22:37:17.892+05:302011-11-06T22:37:17.892+05:30नीरज जाट जी ये मेरा घुमक्क्डी का पहला अनुभव था जिस...नीरज जाट जी ये मेरा घुमक्क्डी का पहला अनुभव था जिसके लिये मै आपसे कई बार बता चुका हूं और आपसे मैने कई बार फोन पे भी सलाह ली मेरी ये यात्रा सिर्फ आपके ही सहारे थी और रही बात मेरे पैर दर्द की तो मैं कोई छोटा बच्चा तो हू नही की अपना दर्द लेकर राग अलाप करुं हां ये बात अवश्य है कि जहां मुझे आपसे सहयोग आपेक्षित था वहां तो आप अपनी धुन में भागे चले जा रहे थे मुझ को बियाबान जंगल मे छोड गये हां अगर किसी ने मेरा सह्योग किया वो बंगाली बाबू था जो मेरे लिये देवा गाईड से भी लडा जबकी मै तो सिर्फ आपके भरोसे जीरो प्वाईट पे जाने को तैयार हो गया हां इसमे मर्जी जरुर हमारी ही थी अब आपके इस सवाल का जवाब की मै दर्द के बावजूद ३५०० मी० की उचाई कैसे चढ गया तो भाई जिस जीरो प्वाईट के लिये मैने यात्रा के इतने परेशानियो का सामना किया मै अपने दर्द के चक्कर में इस अवसर को नही गंवा सकता था,लेकिन कुछ भी हो मुझे इस यात्रा का लाभ सिर्फ आप के कारण मिला वरना अपने राम तो सांग से ही वापस लौट जाने का मन बनाने लगे थे मुझे पिडारी यात्रा पूरी करने का पूरा श्रेय आप को ही जाता है इसके लिये आपका बहुत बहुत धन्यवाद!Mirchi Namakhttps://www.blogger.com/profile/12030026449266061314noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-89480592151824591652011-11-06T22:13:46.440+05:302011-11-06T22:13:46.440+05:30This comment has been removed by the author.Mirchi Namakhttps://www.blogger.com/profile/12030026449266061314noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-59597389752478887902011-11-06T21:00:32.335+05:302011-11-06T21:00:32.335+05:30रोमांचक यात्रा विवरणरोमांचक यात्रा विवरणGyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-28595705096962725212011-11-05T21:38:56.275+05:302011-11-05T21:38:56.275+05:30फोटो देख कर ही रोमांच हो रहा है. प्रत्यक्ष देखने व...फोटो देख कर ही रोमांच हो रहा है. प्रत्यक्ष देखने वाले के रोमांच की कल्पना की जा सकती है.चन्द्रकांत दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/08668568273403090899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-68808034061111425372011-11-05T20:21:59.590+05:302011-11-05T20:21:59.590+05:30@ Mirchi Namak उर्फ हल्दीराम,
दिल्ली मेट्रो का जेई...@ Mirchi Namak उर्फ हल्दीराम,<br />दिल्ली मेट्रो का जेई बाद में हूं, पहले एक घुमक्कड हूं और मैं अपनी हर यात्रा का एक-एक रुपये का हिसाब रखता हूं। आपको तो साल दो साल में एकाध बार घर से बाहर निकलना होता है, मैं हर महीने में दो बार निकलता हूं। आपकी तरह शाही खर्च करने लगूं और दिल्ली मेट्रो का जेई होने का दम्भ भरने लगूं तो हो हा ली घुमक्कडी। एक बार जाकर मेरा प्रोफाइल देखिये, कम टाइम और कम खर्चे में घुमक्कडी करना मकसद है अपना। <br />"हम कमाते इस लिये है कि उसका मजा ले कोई हमे पैसे लेकर ऊपर नही जाना है" मतलब आप मुझे खर्च करना सिखा रहे हैं। जरा हिसाब लगाओ कि मैं हर महीने 2000 रुपये घूमने पर खर्च करता हूं। साल में 24000 हुए। आप एक साल में भी निकलेंगे तो कितना भी खर्च करने की बात करते हो, 24000 खर्च नहीं कर सकते। पहले खुद को देखो, दूसरों को बाद में बात बनाना। प्रताप को पेमेण्ट करते समय मात्र पचास रुपये की वजह से उसने आपको कितनी सुनाई थी, मुझे अभी भी याद है। <br />और आपके शाही शौक के बारे में अगर कुछ बात थी तो उसमें पूरी सच्चाई भले ही ना हो, कुछ ना कुछ सच्चाई तो जरूर है। जवाब दो कि अगर आपके पैर में इतना दर्द था कि हंसते खेलते कूदते पिण्डारी ग्लेशियर तक कैसे पहुंच गये, और हमसे बताया भी नहीं कि दर्द है। वापस बाबा के आश्रम आने पर भी आपने हमसे नहीं बताया कि पैर में दर्द है। जब हम कई सौ मीटर आगे निकल गये, तब आप आवाज लगाकर रुकने को कह रहे थे। तब अचानक आपको इतना दर्द हो गया। भाई, हिमालय का आपसे ज्यादा तजुर्बा रखता हूं, मुझे पता है कि दर्द कब होता है, कहां होता है, कैसे ठीक होता है। मेरे सामने यह ड्रामेबाजी बन्द करो और इस बात का जवाब हो तो बताओ।<br /><br />@ दर्शन कौर जी,<br />दाल में काला नहीं मिलाया जा रहा है। मैं कभी भी मात्र यह नहीं लिखता कि मैंने क्या खाया, क्या पीया, कहां रुके, क्या देखा। यात्रा के दौरान क्या अनुभव हुए, आपस में क्या-क्या बातें हुईं, यह भी मैं खुलकर लिखता हूं। अगर हल्दीराम को लेकर कुछ बात फैल रही है, तो उसे लिखने में क्या बुराई है।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-31242761256518712142011-11-05T14:52:13.196+05:302011-11-05T14:52:13.196+05:30बहुत सुंदर चित्र देखकर तबियत खुश हो गई ----और यह घ...बहुत सुंदर चित्र देखकर तबियत खुश हो गई ----और यह घुमक्कड़ी और 'शाही शोक' कुछ समझ नहीं आया नीरज ! और ऊपर से हल्दीराम का बयान भी कुछ पल्ले नहीं पड़ा -- लगता हैं दाल में जरुर कुछ काला मिलाया जा रहा हैं ??? अब यह बात तो आप लोग ही जाने ----! मुझे तो ऐसा रोमांच देखकर सनसनी दौड़ गई --- कितनी अद्भुत हैं हमारी पुथ्वी --इसे दिखाने का श्रेय तुम्हे जाता हैं -- नीरज -- तुम लोगो के हौसलों की दाद देती हूँ ---- सेल्यूट ! --- धन्यवाद !दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-8986673894176280722011-11-05T12:05:55.189+05:302011-11-05T12:05:55.189+05:30भाई तूने बात तो कर दी अपनी औकात वाली न तो अतुल ने ...भाई तूने बात तो कर दी अपनी औकात वाली न तो अतुल ने कुछ कहा और न बंगाली ने रही बात प्रताप पोर्टर की तो उसको क्या बताना था या नही वो मेरे ऊपर था मुझे नही पता कि आप दिल्ली मेट्रो के j.e. होकर २५० रु की मानसिकता रखते हो भाई अगर हम इस तरह चिन्दी चिन्दी पाई पाई का हिसाब रखे तो घर से बाहर ही न निकले बाकी मेरे शाही शौक तो भाई हम कमाते इस लिये है कि उसका मजा ले कोई हमे पैसे लेकर ऊपर नही जाना है ,जिन्द्गी हमे हर पल इक नया अनुभव देती है और आपसे भी हमे कुछ नया अनुभव मिला है बाकि रहीम जी का इक दोहा है जरा ध्यान से पढना " रहिमन बुरा न मानिये जो गंवार कह जाय जैसे घर का नरदहा (नाली) भला बुरा बह जाय" बाकी आप खुद ही समझदार हैMirchi Namakhttps://www.blogger.com/profile/12030026449266061314noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-86188548819264163172011-11-04T16:50:55.387+05:302011-11-04T16:50:55.387+05:30"हल्दीराम उन ज्यादा पढे लिखे लोगों में से है ..."हल्दीराम उन ज्यादा पढे लिखे लोगों में से है जो करना तो पर्यटन चाहते हैं लेकिन अपनी औकात दिखाने के लिये घुमक्कडी कर रहे हैं।"<br /><br />इस से क्या तात्पर्य है तुम्हारा थोडा समझाओगे क्या पिलीज<br />फकीरा जी से सहमतGappu jinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-69563166398680160062011-11-04T16:49:22.975+05:302011-11-04T16:49:22.975+05:30ये शाही शौक वाले हम जैसों की घुमक्कड़ी भी बंद करव...ये शाही शौक वाले हम जैसों की घुमक्कड़ी भी बंद करवाएंगे, पहले पूछ लिया करो की, "आप शाही शौक रखते हैं? "Gappu jinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-26929867571657928632011-11-04T10:09:30.172+05:302011-11-04T10:09:30.172+05:30himalya darshan bahut hi khoobsurathimalya darshan bahut hi khoobsuratसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-1859465828164461542011-11-04T10:08:43.149+05:302011-11-04T10:08:43.149+05:30नई जानकारीनई जानकारीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-68591914456735305742011-11-04T09:35:49.498+05:302011-11-04T09:35:49.498+05:30भौत बढिया, अब शाही शौक वाले भी घुमक्कड़ी करने लगे।
...भौत बढिया, अब शाही शौक वाले भी घुमक्कड़ी करने लगे।<br /><br />अलख निरंजन, ध्यान रहे बच्चा :)ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-24958059823236408572011-11-04T08:26:18.774+05:302011-11-04T08:26:18.774+05:30खूबसूरत वादियाँ ...
किस्मत वाले हो यार ...
:-)खूबसूरत वादियाँ ...<br />किस्मत वाले हो यार ...<br />:-)Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-38574882399260451722011-11-04T07:42:41.538+05:302011-11-04T07:42:41.538+05:30’शाही शौक’ से बंगाली बाबू कैसे निबटे, बताना अगली ब...’शाही शौक’ से बंगाली बाबू कैसे निबटे, बताना अगली बार:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-79253647116851250972011-11-03T23:27:37.438+05:302011-11-03T23:27:37.438+05:30जैसा हिमालय दर्शन आपके ब्लॉग ने दिखाया है वैसा हमन...जैसा हिमालय दर्शन आपके ब्लॉग ने दिखाया है वैसा हमने जीवन में और कहीं नहीं देखा. क्या कमाल के चित्र हैं और वर्णन...बेजोड़.<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-7024785391003411382011-11-03T11:56:58.367+05:302011-11-03T11:56:58.367+05:30bahut achhe. aapki ye ladaiyan, nok jhonk har yatr...bahut achhe. aapki ye ladaiyan, nok jhonk har yatra mein chali hi rehti hai waise :D aisa lagta hai jaise bachhe lad rahe hain aapas meinTarun Goelhttps://www.blogger.com/profile/01059376914654307610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-4213250545371663772011-11-03T11:22:15.468+05:302011-11-03T11:22:15.468+05:30हमें तो सब कुछ इक सपना सा लग रहा है.हमें तो सब कुछ इक सपना सा लग रहा है.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-54001582444453761522011-11-03T10:51:46.174+05:302011-11-03T10:51:46.174+05:30नीरज बाबू मजा आ गया
इतनी दुर्लभ जगह पर जाना वो भी ...नीरज बाबू मजा आ गया<br />इतनी दुर्लभ जगह पर जाना वो भी अकेले बिना गाइड के<br />तुमने तो यार कमाल कर दिया धोती पहाड़ के रुमाल कर दिया <br /><br />हल्दीराम उन ज्यादा पढे लिखे लोगों में से है जो करना तो पर्यटन चाहते हैं लेकिन अपनी औकात दिखाने के लिये घुमक्कडी कर रहे हैं।<br /><br />इस से क्या तात्पर्य है तुम्हारा थोडा समझाओगे क्या पिलीजफकीराhttps://www.blogger.com/profile/10475423696992129780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-23026191732783189042011-11-03T09:08:20.551+05:302011-11-03T09:08:20.551+05:30चित्र देखकर ही पूरे शरीर में फ़ुरफ़ुरी दौड़ने लगी,...चित्र देखकर ही पूरे शरीर में फ़ुरफ़ुरी दौड़ने लगी, और तुम वहाँ आधी बाँह की शर्ट में खड़े हो।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-75679983604641273332011-11-03T07:55:27.610+05:302011-11-03T07:55:27.610+05:30बहुत नई नई जानकारी .. चल रहे हैं आपके साथ हम भी !!...बहुत नई नई जानकारी .. चल रहे हैं आपके साथ हम भी !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-526449848382787862011-11-03T07:40:31.835+05:302011-11-03T07:40:31.835+05:30हाय रे नीरज की वो हाथी की तरह झूमती मस्त धीमी चाल ...हाय रे नीरज की वो हाथी की तरह झूमती मस्त धीमी चाल जिससे कभी नीरज तो कभी आगे जाने वाला परेशान हो जाता है, दाल ही काली कर दी होगी, विचित्र प्राणी जब कही जाते है तो ऐसे हादसे हंगामे तो हो ही जाते है"<br />जैसे आप लोंगों ने बताया है अपुन भी देखेंगे इस यात्रा में कितना समय लगता है तभी पता चलेगा कि कैसी यात्रा होगी"SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.com