tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post9156471380663232707..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: रूपकुण्ड- एक रहस्यमयी कुण्डनीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-55500384890110360242013-11-15T14:12:00.472+05:302013-11-15T14:12:00.472+05:30भाई आपको आपके वैबसाइट के बारे मे एक सुझाओ देना चाह...भाई आपको आपके वैबसाइट के बारे मे एक सुझाओ देना चाहता हूँ I कि आप जिस बारे मे भी लिखो उससे related उसकी फोटो जस्ट उसे के नीचे अपलोड करो उससे ये होगा के अप जो भी बताएँगे उसे हम सही से समझ पाएंगे I Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05356384643872653123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-85134742406186775622013-11-14T11:07:07.717+05:302013-11-14T11:07:07.717+05:30Yaha tak kab jayenge, aapne darshan kara diye yah...Yaha tak kab jayenge, aapne darshan kara diye yahi bahut haiamitgodahttps://www.blogger.com/profile/02786421830467128425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-24913262085751589772012-11-20T14:54:10.673+05:302012-11-20T14:54:10.673+05:30अफसर लोग वहाँ क्या करने गए थे नीरज ...घुमने सरकारी...अफसर लोग वहाँ क्या करने गए थे नीरज ...घुमने सरकारी पैसे से या कोई और रीजन था ....ओ माय गॉड ..इतने खतरनाक जगह पर तुम गए क्यों ? सुनकर हक्का -बक्का हु की तुम इतनी खतरनाक जगह पर जाकर वापस आ भी गए और तुम्हारा कुछ नहीं बिगड़ा ...हे प्रभु .मेरे घर में बैठा था कभी यह नन्हा सा लड़का (नीरज ) इसको समझाओ की ऐसी खतरनाक जगहों पर जाना छोड़ दे ....इसकी हिम्मत की दाद देती हूँ ...दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-34552006987357978782012-10-31T10:24:54.101+05:302012-10-31T10:24:54.101+05:30Adbhut, Akalpaniy, Atulya..................Adbhut, Akalpaniy, Atulya..................Mukesh Bhalsehttps://www.blogger.com/profile/01667464799709628702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-62731499491041551002012-10-29T23:33:35.772+05:302012-10-29T23:33:35.772+05:30नहीं गोदियाल साहब, मुझे यह सब मालूम नहीं था। इतना ...नहीं गोदियाल साहब, मुझे यह सब मालूम नहीं था। इतना तो पता है कि कोई गये थे, विपत्ति आ गई और वे मर गये लेकिन कौन गये थे, यह नहीं पता था। खैर, आपने स्पष्ट कर दिया।<br />लेकिन फिर भी ये माना जाता है कि कंकाल उन्हीं के हैं, पक्के तौर पर कोई कुछ नहीं कह सकता।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-61386730793166505662012-10-29T17:49:15.925+05:302012-10-29T17:49:15.925+05:30नीरज भाई आपको तो खैर मालूम ही होगा और शायद मेरे स...नीरज भाई आपको तो खैर मालूम ही होगा और शायद मेरे से ज्यादा होगा रूपकुंड के बारे में लेकिन अन्य आपके ब्लॉग के पाठकों की जानकारी के लिए लिखना चाहूँगा कि जो अभी तक का श्रेष्ठ तथ्य रूपकुंड में पाए जाने वाले कंकालों के बारे में सामने आया है, उसके अनुसार दसवी सदी के आसपास कन्नौज( इलाहाबाद के पास ) के राजा के भाई सोमचंद ने जोशीमठ स्थित कत्यूरी राज्य को जीतकर वहाँ (कुमाऊँ और गढ़वाल में ) अपना राज्य स्थापित किया ! उसवक्त भी माँ नंदा देवी की राजजात यात्रा बड़े धूमधाम से निकलती थी जो कि रूपकुंड के समीप आकर ही ख़त्म होती है ! सोमचंद ने इस यात्रा के लिए कन्नौज से अपने भाई और वहा के राजा को इस यात्रा में आने का निमंत्रण दिया था ! वह राजा जब अपने लाव लश्कर के साथ इस यात्रा में भाग ले रहे थे तो बर्फीले तूफ़ान में दबकर वे और उनका लाव लश्कर दफ़न हो गए और माना जाता है कि ये कंकाल उन्ही के है ! पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-68413245547737816302012-10-29T16:07:54.378+05:302012-10-29T16:07:54.378+05:30रूपकुंड याने यमराज की गली या घर...सचमुच जी को थर्र...रूपकुंड याने यमराज की गली या घर...सचमुच जी को थर्रा देने वाला दृश्य हैं....नीरज जी अब तो बस सतोपंथ की यात्रा कर ही आओ...प्रवीण गुप्ता - PRAVEEN GUPTAhttps://www.blogger.com/profile/02103326902710548202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-56060701324761212062012-10-29T14:48:46.294+05:302012-10-29T14:48:46.294+05:30BHAUT KHUB BHAI MERE KO TO PHOTO DEK KAR HE DAR LA...BHAUT KHUB BHAI MERE KO TO PHOTO DEK KAR HE DAR LAG RAHA HAI OR APP TO UN KE PAAS JA KAR DEK AAYE APP KI HIMMAT KE SAMNE TO HUM KUCH BI NAHI NEERAJ BHAI <br /><br />PHOTO BHAUT SAANDAR HAI LAGE RAHO BHAIRameshhttps://www.blogger.com/profile/08948320992658029595noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-40043664998178616992012-10-28T07:31:17.877+05:302012-10-28T07:31:17.877+05:30आज के चित्र देखकर हिल गये..एक पैर फिसला और न जाने ...आज के चित्र देखकर हिल गये..एक पैर फिसला और न जाने कहाँ पहुँचे..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-79169938807336992092012-10-28T04:22:13.608+05:302012-10-28T04:22:13.608+05:30big achievement.big achievement.संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-15828589174408562172012-10-27T22:14:43.239+05:302012-10-27T22:14:43.239+05:30नीरज बाबु, चलो एक और मिल का पत्थर खड़ा हो गया ! बध...नीरज बाबु, चलो एक और मिल का पत्थर खड़ा हो गया ! बधाई हो, रूपकुंड के आगे भी जहान होगी वहां की भी तैयारी शुरू कर दो !amanvaishnavihttps://www.blogger.com/profile/04526620740401350882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-52576712407671953642012-10-27T20:39:12.321+05:302012-10-27T20:39:12.321+05:30डोभाल साहब, होमकुण्ड ना जाने का मुझे कोई मलाल नहीं...डोभाल साहब, होमकुण्ड ना जाने का मुझे कोई मलाल नहीं है। उनसे पूछो जो बेदिनी बुग्याल तक जाते हैं, आनन्द लेते हैं और बिना रूपकुण्ड देखे वापस आ जाते है। रूपकुण्ड से आगे होमकुण्ड, उससे आगे वो, उससे आगे वो.... यह तो हमेशा चलता रहता है। नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-39731294900096394712012-10-27T20:35:43.918+05:302012-10-27T20:35:43.918+05:30साइलेण्ट साहब, रिकार्ड तोडने वाले लोग अलग ही मिट्ट...साइलेण्ट साहब, रिकार्ड तोडने वाले लोग अलग ही मिट्टी के बने होते हैं। मैं कहां रिकार्ड- विकार्ड...<br />रूपकुण्ड देख लिया, यही मेरे लिये एक उपलब्धि है। किसी दिन मन करेगा तो होमकुण्ड भी चला जाऊंगा। वहां जाना रूपकुण्ड के मुकाबले कुछ आसान भी है, घाट के रास्ते।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-7157691129680858022012-10-27T20:16:53.169+05:302012-10-27T20:16:53.169+05:30ADBHUT...............NEERAJ BHAI........AVISMARNIY...ADBHUT...............NEERAJ BHAI........AVISMARNIYA.........आलोक सिन्हा https://www.blogger.com/profile/11089190632924816691noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-91118443425021586232012-10-27T20:04:15.785+05:302012-10-27T20:04:15.785+05:30भाई ! होमकुंड ज़रूर जाना चाहिए था ! एक जगह जाने के...भाई ! होमकुंड ज़रूर जाना चाहिए था ! एक जगह जाने के बाद दुबारा जाना बहुत मुश्किल है, आदमी सोचता है कि वहाँ तो मै गया हूँ,कहीं और चला जाय! मुझे भी मासर ताल से केदारनाथ न जाकर वापस लौट आने का बहुत अफसोस है !Anshul Kumar Dobhalhttps://www.blogger.com/profile/02324095704534699672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-55924141281404720192012-10-27T19:15:49.270+05:302012-10-27T19:15:49.270+05:30बधाई हो bahut sundar vivran
बधाई हो bahut sundar vivran<br />premlata pandeyhttp://pasand.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-88183443901023892742012-10-27T19:15:04.939+05:302012-10-27T19:15:04.939+05:30aap jaipur se churu jayenge to jaipur-sikar-churu ...aap jaipur se churu jayenge to jaipur-sikar-churu passenger se jaayenge kyaAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06788694030926724449noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-57462521671271430042012-10-27T17:21:16.158+05:302012-10-27T17:21:16.158+05:30वाह, बधाई हो! अभिनन्दन!वाह, बधाई हो! अभिनन्दन!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-9722404315875077712012-10-27T13:24:38.977+05:302012-10-27T13:24:38.977+05:30वाह भई ! गजब और अदभुत वर्णन ....सच पूछो तो पढ़ते सम...वाह भई ! गजब और अदभुत वर्णन ....सच पूछो तो पढ़ते समय मैं भी रोमांचित हो उठा...बहुत अच्छा लगा...| रूपकुंड की यात्रा पूर्ण करने पर आप को बहुत-बहुत बधाई...| <br />सही किसी काम को करने की ठान लो वो जरुर पूरा होता हैं.....कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती ...|<br />रूपकुंड के अदभुत चित्रों को देखकर वहाँ की रहस्यमयी छवि मस्तिष्क पटल पर अंकित हो गयी....|<br /><br />चलो होमकुंड फिर कभी .....यह उपलब्धि भी बहुत महान हैं....Ritesh Guptahttps://www.blogger.com/profile/08778571076761815036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-62131111053617335012012-10-27T12:44:10.546+05:302012-10-27T12:44:10.546+05:30बधाई हो भाई मेरे जानकारों में पहले व्यक्ति हो जो र...बधाई हो भाई मेरे जानकारों में पहले व्यक्ति हो जो रूपकुण्ड पंहुचे.. बिना जल का कुण्ड ..??कलयुग आ गया जो रूपकुँड सूख गया वरना इसमे हर मौसम में भरपूर जल रहता है... होमकुंड चले जाते तो सबका रिकार्ड टूट जाता.. चलो अगली बारSilentsoulhttps://www.blogger.com/profile/17118623598759862858noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-89502862169510062232012-10-27T10:46:53.743+05:302012-10-27T10:46:53.743+05:30केवल एक श्रीखंड की आधी-अधूरी यात्रा से ही मेरी तो ...केवल एक श्रीखंड की आधी-अधूरी यात्रा से ही मेरी तो टें बोल गई :)<br />वास्तव में घुमक्कडी सबके बस की बात नहीं<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-82577616779434037032012-10-27T10:05:40.591+05:302012-10-27T10:05:40.591+05:30रुपकुंड देखने तमन्ना बरसों की है, अब तुम्हारे माध्...रुपकुंड देखने तमन्ना बरसों की है, अब तुम्हारे माध्यम से देख ली......... बढ़िया यात्रा<br />ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-30495910359751307712012-10-27T10:04:23.831+05:302012-10-27T10:04:23.831+05:30इस जगह सालभर में कई हजार लोग यात्रा पर जाते है। बी...इस जगह सालभर में कई हजार लोग यात्रा पर जाते है। बीच-बीच में दो-दो किमी के दो-तीन टुकडों ही थोडे खडी चढाई वाले है, इसके मुकाबले श्रीखण्ड यात्रा ज्यादा कठिन दिखाई दी है। इस यात्रा में पगडंडियाँ ज्यादातर हिस्से में बनी हुई है। इसी से अंदाजा लगा लो कि भगुवासा तक सामान लेकर घोडे पहुँच जाते है, जो यह दर्शाता है कि यह ज्यादा कठिन पद यात्रा नहीं है। SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.com