tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post3593567380637837451..comments2024-03-11T15:32:30.331+05:30Comments on मुसाफिर हूँ यारों: रूपकुण्ड यात्रा की शुरूआत नीरज मुसाफ़िरhttp://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-4869489546647436692013-07-19T11:38:01.575+05:302013-07-19T11:38:01.575+05:30आर्यन-द्रविड़ विभाजन अंग्रेजों द्वारा बनायीं गयी थ...आर्यन-द्रविड़ विभाजन अंग्रेजों द्वारा बनायीं गयी थी, भारतियों को बाटने के लिए, इस पागलपन को बढ़ावा देना बंद कीजिये Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-77050143279630316442013-04-28T23:01:35.646+05:302013-04-28T23:01:35.646+05:30मैं लोहाजंग से लोहाजंग तक 100 किलोमीटर???????????मैं लोहाजंग से लोहाजंग तक 100 किलोमीटर???????????vinaykumarjainhttps://www.blogger.com/profile/05708759212590740335noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-77662995066039886722012-11-03T13:48:51.342+05:302012-11-03T13:48:51.342+05:30badi jalan hoti hai.... aap mahan dhumakkad ho or ...badi jalan hoti hai.... aap mahan dhumakkad ho or hum hath hath rakhke baithe hai <br /><br />shubh kamnayen <br /><br /><br />jai shri ramyogeshtiwari15aug@gmail.comhttps://www.blogger.com/profile/15189597138737178015noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-22581742899485457362012-10-31T12:25:28.642+05:302012-10-31T12:25:28.642+05:30Bhai..jaat. Yaad aaya hum mile the bedn. Main........Bhai..jaat. Yaad aaya hum mile the bedn. Main.......SnowSamhttps://www.blogger.com/profile/11091296235253189527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-42307278113886520252012-10-22T15:13:31.781+05:302012-10-22T15:13:31.781+05:30मुझे बड़ी खुशी हुई ये जानकर कि आप रूपकुण्ड हो आये....मुझे बड़ी खुशी हुई ये जानकर कि आप रूपकुण्ड हो आये... मजा आ गया... <br /><br />कुछ टांगे मेरी गलत हिन्दी है... मेरा मतलब है जरा टांगो मे रक्त संचालन की प्राबलम है अतः चढ़ाई पर मुश्किल होती हैSilentsoulhttps://www.blogger.com/profile/17118623598759862858noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-56154864610549966182012-10-15T23:06:33.290+05:302012-10-15T23:06:33.290+05:30कुछ टांगों में?????? कितनी टांगें हैं???
वाकई एक घ...कुछ टांगों में?????? कितनी टांगें हैं???<br />वाकई एक घुमक्कड के दो टांगें नहीं होती, बल्कि कई टांगें होती हैं। इस बात को मैं अच्छी तरह जानता हूं।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-11472832173762611762012-10-15T22:49:39.660+05:302012-10-15T22:49:39.660+05:30Achhi jaankari roopkund ke bare me jaatji dhanyawa...Achhi jaankari roopkund ke bare me jaatji dhanyawad.राजेश सहरावतhttps://www.blogger.com/profile/12073430498083979014noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-37453058298672298762012-10-15T22:44:58.108+05:302012-10-15T22:44:58.108+05:30नीरज बाबु, चलो रूपकुंड का दर्शन एक रूपवान, बलवान, ...नीरज बाबु, चलो रूपकुंड का दर्शन एक रूपवान, बलवान, पहलवान के साथ हो रहा है, मजा आ जाएगा ! भगवान आपको होमकुंड तक भी पहुंचा दे, हम भी आपके साथ लटक जायेंगे बिन रूपये पैसे के ! थैंक्स रियल बिग बॉस!aman mallickhttps://www.blogger.com/profile/04380257873394020046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-64473051811938308562012-10-15T21:33:36.971+05:302012-10-15T21:33:36.971+05:30सर ! आज से लगभग 1200 साल पहले भारत की प्रजातियों म...सर ! आज से लगभग 1200 साल पहले भारत की प्रजातियों मे आर्य रक्त कि अधिक शुद्धता थी, जिसके कारण इनके कद-काठ बड़े थे, आज भी पाकिस्तान, पंजाब, हरियाणा के लोगों के कद काठ देख लीजिये ! भारत मे रहने वाली अन्य प्रजातियों से मिल जाने के कारण सामान्य भारतियों के शारीरिक लक्षणों मे भी बदलाव आ गया !Anshul Kumar Dobhalhttps://www.blogger.com/profile/02324095704534699672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-58255300012849782922012-10-15T21:26:15.071+05:302012-10-15T21:26:15.071+05:30प्रवीण गुप्ता जी ! मानसरोवर यात्रा के लिए रूपकुंड ...प्रवीण गुप्ता जी ! मानसरोवर यात्रा के लिए रूपकुंड से जाना तब भी समझदारी नहीं थी, वे लोग राज जात के यात्री ही थे ! महाराष्ट्र या गुजरात के लोगों से डीएनए इसलिए मिलता पाया गया कि उत्तराखंड मे निवास करने वाले वर्तमान लोगों के पूर्वजों मे गुजराती और मराठी लोग भी हैं, उस समय यहाँ कि पहाड़ी जतियों से रक्त का सम्मिश्रण नहीं हुआ था या न के बराबर हुआ था, इसलिए उनका डीएनए, सारस्वत लोगों से मिलता पाया गया !Anshul Kumar Dobhalhttps://www.blogger.com/profile/02324095704534699672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-76874032825857461312012-10-15T16:22:43.764+05:302012-10-15T16:22:43.764+05:30This comment has been removed by the author.Silentsoulhttps://www.blogger.com/profile/17118623598759862858noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-90103400596841392592012-10-15T15:30:48.429+05:302012-10-15T15:30:48.429+05:30नीरज जी राम राम. रूपकुंड के बारे में एक अरसे से सु...नीरज जी राम राम. रूपकुंड के बारे में एक अरसे से सुनते और पढते आ रहे हैं. एक रहस्यात्मक वातावरण रूपकुंड के बारे में मिडिया ने बनाया हुआ हैं. आपकी रूपकुंड यात्रा के बारे में सुनकर बहुत खुशी हुई. आपके यात्रा वृत्तान्त पढकर सारे रहस्यों, कथा कहानियों से भी पर्दा उठ जाएगा ऐसी उम्मीद हैं. जैसा की वैज्ञानिक रिसर्च से सामने आया हैं, रूपकुंड में जब कंकालो की कार्बन डेटिंग की गयी तो उनका समय सन ८०० के आस पास पाया गया. D.N.A. Testing में वे लोग महाराष्ट्र के सारस्वत ब्राह्मणों के सम्बन्धी थे ये प्रतीत होता हैं. ये लोग कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए निकले थे. और इस स्थान पर ओला वृष्टि के शिकार होकर के यंही पर समाप्त हो गए थे. धन्यवाद..वन्देमातरम...प्रवीण गुप्ता - PRAVEEN GUPTAhttps://www.blogger.com/profile/02103326902710548202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-84645920718207579022012-10-15T12:50:18.622+05:302012-10-15T12:50:18.622+05:30आपके अनुभव घुमक्कड़ों के काम आयेंगे।आपके अनुभव घुमक्कड़ों के काम आयेंगे।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-28147222739919607362012-10-15T12:20:50.190+05:302012-10-15T12:20:50.190+05:30आपकी यह यात्रा का इन्तेज़ार हो रहा था . चलिए आपकी ...आपकी यह यात्रा का इन्तेज़ार हो रहा था . चलिए आपकी यह यात्रा अब हमें भी पढ़ने मिलेगी. यह यात्रा मैंने और कही भी नहीं देखी है न पढ़ी है. इस लिए इसे पढ़ने की बहुत उत्सुकता है. मैं भी थोडा बहुत आप जैसा हूँ. अभी संदीप भाई के साथ ४ ट्रेक किये मैंने ३ दिनों मैं. शारीरिक बल मुझमे है नहीं जितना संदीप भाई मैं है . लेकिन मानसिक ताकत बहुत है मुझमे. चाहे थोडा वक्त लगा लेकिन मैं चारों ट्रेक खतम किये. <br /><br />आगे के भाग का बेसब्री से इन्तेज़ार Vishal Rathodhttps://www.blogger.com/profile/15364692809486387555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-19753854219542338542012-10-15T11:40:01.173+05:302012-10-15T11:40:01.173+05:30रूपकुण्ड हमारे कुछ मित्र १०-१२ वर्ष पूर्व गये थे, ...रूपकुण्ड हमारे कुछ मित्र १०-१२ वर्ष पूर्व गये थे, उन्होंने भी यही बताया था और फ़ोटो भी दिखाये थे, वहाँ हड्डियाँ, चमड़े की चप्पलें और चाँदी के गहने बिखरे हुए हैं। और इतने वर्ष में कुछ खराब नहीं हुआ बर्फ़ीले मौसम के कारण, और जो चप्पलों के फ़ोटो दिखाये गये थे उनसे लगता था कि आदमी की लंबाई कम से कम १० फ़ुट रही होगी। हमने पूछा था कि चाँदी के गहने हैं तो लोग चुराकर नहीं ले जाते, तो बताया कि वहाँ कुछ शापित है, इसलिये लोग उन्हें नहीं ले जा सकते। शायद इस बारे में भी आपसे ज्यादा जानकारी मिलेगी ।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-88975294088916554322012-10-15T08:44:43.163+05:302012-10-15T08:44:43.163+05:30गजब. आपका मानसिक बल द्विगुणित हो. गजब. आपका मानसिक बल द्विगुणित हो. P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1291960956767275756.post-76970744207560580912012-10-15T07:25:34.693+05:302012-10-15T07:25:34.693+05:30रूपकुण्ड के बारे में काफ़ी जाना है और अधिक जानने क...रूपकुण्ड के बारे में काफ़ी जाना है और अधिक जानने की उत्सुकता है। नेशनल जियोग्राफ़िक ने कुछ वर्ष पहले सामान्य भारतीय के क़द से कहीं बड़े इन कंकालों के डीएनए का अध्ययन करवाया था। तुम्हारी यात्रा के आँखों देखे हाल की प्रतीक्षा है। शुभकामनायें!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com