Skip to main content

ताऊ की घुमक्कड पहेलियों का शतक

अभी पिछले दिनों ताऊ पहेलियों का शतक पूरा हो गया है। ताऊ पहेलियां घुमक्कडों को घुमक्कडी और पर्यटकों को पर्यटन के रास्ते बताती हैं।
इस मौके पर एक नजर पहेलियों पर भी मार लेते हैं कि कब किस स्थान के बारे में बताया गया।

ताऊ पहेली
पहेली नं
स्थान
जिला राज्य
1 बीबी का मकबरा औरंगाबाद महाराष्ट्र
2 सूर्य मन्दिर, कोणार्क पुरी उडीसा
3 अजन्ता गुफा जलगांव महाराष्ट्र
4 माण्डू धार मध्य प्रदेश
5 बाघ गुफायें धार मध्य प्रदेश
6 रणथम्भौर किला सवाई माधोपुर राजस्थान
7 दौलताबाद किला अहमदनगर महाराष्ट्र
8 उदयपुर उदयपुर राजस्थान
9 आमेर किला जयपुर राजस्थान
10 लालबाग पैलेस इन्दौर मध्य प्रदेश
11 जबलपुर जबलपुर मध्य प्रदेश
12 गुलमर्ग बारामूला जम्मू कश्मीर
13 रोहतांग दर्रा कुल्लू हिमाचल प्रदेश
14 जन्तर मन्तर नई दिल्ली दिल्ली
15 माउण्ट आबू सिरोही राजस्थान
16 कामख्या मन्दिर गुवाहाटी असोम
17 नैनीताल नैनीताल उत्तराखण्ड
18 लखनऊ लखनऊ उत्तर प्रदेश
19 कन्याकुमारी कन्याकुमारी तमिलनाडु
20 अण्डमान निकोबार अण्डमान निकोबार अण्डमान निकोबार
21 बिरला म्यूजियम, पिलानी झुंझनूं राजस्थान
22 मनाली कुल्लू हिमाचल प्रदेश
23 बोरा गुफायें विशाखापतनम आंध्र प्रदेश
24 नालन्दा नालन्दा बिहार
25 तवांग तवांग अरुणाचल प्रदेश
26 गोवा गोवा
27 चण्डीगढ चण्डीगढ चण्डीगढ
28 नन्दी हिल्स चिकबालापुर कर्नाटक
29 स्वर्ण मन्दिर अमृतसर पंजाब
30 सोमनाथ जूनागढ गुजरात
31 दंतेश्वरी मन्दिर बस्तर छत्तीसगढ
32 चेरमान जुमा मस्जिद त्रिचूर केरल
33 गोविन्दजी मन्दिर मणिपुर
34 उज्जयंता पैलेस अगरतला त्रिपुरा
35 लाल किला दिल्ली
36 सिद्धि विनायक मन्दिर मुम्बई महाराष्ट्र
37 वार सिमेटरी कोहिमा नागालैण्ड
38 थानेसर कुरुक्षेत्र हरियाणा
39 बाबा मन्दिर गंगटोक सिक्किम
40 अमरनाथ गुफा कश्मीर जम्मू कश्मीर
41 दुर्गा मन्दिर वाराणसी उत्तर प्रदेश
42 गांधी मेमोरियल मदुरई तमिलनाडु
43 बराबर गुफायें जहानाबाद बिहार
44 अक्षरधाम दिल्ली दिल्ली
45 वृन्दावन गार्डन मैसूर कर्नाटक
46 वैलंकान्नी चर्च चेन्नई तमिलनाडु
47 लोटस टेम्पल दिल्ली दिल्ली
48 क्राइस्ट चर्च शिमला हिमाचल प्रदेश
49 चित्तौडगढ किला चित्तौडगढ राजस्थान
50 जहाज महल, माण्डू धार मध्य प्रदेश
51 मातृ मन्दिर, ओरोविला पुदुचेरी पुदुचेरी
52 यू कियांग नोंगबा स्मारक मेघालय
53 देवाशरीफ दरगाह बाराबंकी उत्तर प्रदेश
54 कुम्भलगढ किला राजसमन्द राजस्थान
55 राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली दिल्ली
56 नागार्जुन सागर बांध गुंटूर आंध्र प्रदेश
57 अदालज वाव अहमदाबाद गुजरात
58 युद्ध स्मारक चण्डीगढ चण्डीगढ
59 आगा खान पैलेस पुणे महाराष्ट्र
60 गोलघर पटना बिहार
61 रणकपुर जैन मन्दिर पाली राजस्थान
62 थिक्से गोम्पा लेह जम्मू कश्मीर
63 बैद्यनाथ धाम देवघर झारखण्ड
64 दक्षिणेश्वर काली मन्दिर कोलकाता पश्चिमी बंगाल
65 श्रीपुरम वेल्लूर तमिलनाडु
66 मुण्डेश्वरी मन्दिर कैमूर बिहार
67 कालाराम मन्दिर नासिक महाराष्ट्र
68 सेंट फ्रांसिस चर्च कोच्चि केरल
69 महानिर्वाण मन्दिर कुशीनगर उत्तर प्रदेश
70 मुरुदेश्वर मन्दिर उत्तर कन्नड कर्नाटक
71 किला मुबारक बठिण्डा पंजाब
72 लौह स्तम्भ दिल्ली दिल्ली
73 ग्वालियर किला ग्वालियर मध्य प्रदेश
74 सुनामी स्मारक कन्याकुमारी तमिलनाडु
75 नगीना मस्जिद अहमदाबाद गुजरात
76 इस्कॉन मन्दिर बेंगलुरू कर्नाटक
77 शहीद स्मारक मेरठ उत्तर प्रदेश
78 हजारद्वारी म्यूजियम मुर्शिदाबाद पश्चिमी बंगाल
79 पदमनाभास्वामी मन्दिर त्रिवेंद्रम केरल
80 जंजीरा किला रायगढ महाराष्ट्र
81 बेकल दुर्ग कासरगोड केरल
82 सोन गुफा नालन्दा बिहार
83 साफा मस्जिद (पोंडा) गोवा
84 बेलूर मठ पश्चिमी बंगाल
85 जगन्नाथ मन्दिर पुरी उडीसा
86 जूनागढ किला बीकानेर राजस्थान
87 कांगडा दुर्ग कांगडा हिमाचल प्रदेश
88 चन्द्रागिरी किला चित्तूर आंध्र प्रदेश
89 जैन मन्दिर सित्तन्नवसल तमिलनाडु
90 कपिल मुनि आश्रम गंगासागर पश्चिमी बंगाल
91 भोरमदेव मन्दिर कवर्धा छत्तीसगढ
92 छतरपुर मन्दिर दिल्ली दिल्ली
93 दमदमा साहिब धुबरी असोम
94 गांधी स्मृति नई दिल्ली दिल्ली
95 चेट्टीनाड पैलेस शिवगंगा तमिलनाडु
96 धमेख स्तूप सारनाथ उत्तर प्रदेश
97 अमर महल म्यूजियम जम्मू जम्मू कश्मीर
98 कूच बिहार पैलेस कूच बिहार पश्चिमी बंगाल
99 पटवों की हवेली जैसलमेर राजस्थान
100 रामराजा मंदिर ओरछा मध्य प्रदेश
अभी तक सौवीं पहेली का नतीजा घोषित नहीं हुआ है। जैसे ही आधिकारिक रूप से सौवीं पहेली का नतीजा घोषित होगा, अपडेट कर दिया जायेगा।
इस लिस्ट में दिखाये गये सभी आंकडे ताऊ पहेली पर ही आधारित हैं। अब एक नजर उन राज्यों पर भी डाल लेते हैं जहां से पहेलियां पूछी गयी हैं ताकि अगर कोई किसी खास राज्य में जाना चाहे तो पता चल जाये कि क्या-क्या देखना चाहिये?
क्रम राज्य संख्या
1 राजस्थान 10
2 दिल्ली 8
3 तमिलनाडु 7
4 महाराष्ट्र 7
5 मध्य प्रदेश 7
6 उत्तर प्रदेश 6
7 पश्चिमी बंगाल 5
8 बिहार 5
9 कर्नाटक 4
10 केरल 4
11 जम्मू कश्मीर 4
12 हिमाचल प्रदेश 4
13 आंध्र प्रदेश 3
14 गुजरात 3
15 असोम 2
16 उडीसा 2
17 गोवा 2
18 चण्डीगढ 2
19 छत्तीसगढ 2
20 पंजाब 2
21 अण्डमान निकोबार 1
22 अरुणाचल प्रदेश 1
23 उत्तराखण्ड 1
24 झारखण्ड 1
25 त्रिपुरा 1
26 नागालैण्ड 1
27 पुदुचेरी 1
28 मणिपुर 1
29 मेघालय 1
30 सिक्किम 1
31 हरियाणा 1
32 दमन दीव 0
33 दादरा नगर हवेली 0
34 मिजोरम 0
35 लक्षद्वीप 0
तो कैसा लगा ताऊ पहेलियों का आज तक का सफर? बांधिये अपना बोरिया बिस्तर और निकल पडिये। सौ गंतव्य आपके सामने पडे हैं।
घुमक्कडी जिन्दाबाद

Comments

  1. वाह ! बढियां आंकड़े जुटाए आपने !!
    ताऊ ने तो पहेलियों के माध्यम से पुरे भारत का भ्रमण घर बैठे ही करवा दिया | बहुत ज्ञान वर्धक रही ताऊ पहेलियाँ !!

    ReplyDelete
  2. लगे रहो मेरे शेर, एक दिन घुमक्कड़ी का झंडा तुम्हारे हाथ में होगा.

    ReplyDelete
  3. वाह नीरज जी बहुत बढ़िया

    ReplyDelete
  4. बहुत बढ़िया लेखा जोखा पस्तुत किया है |

    ReplyDelete
  5. मान गए उस्ताद. हमने सोचा भी न था की ऐसी भी एक पोस्ट बन सकती है. आभार.

    ReplyDelete
  6. वाह ये हुई बात .. पूरा सामान्य ज्ञान भर दिया.
    घुमक्कड़ी जिन्दाबाद

    ReplyDelete
  7. सचमुच बढिया पोस्ट है ये
    और बडे काम की भी

    प्रणाम

    ReplyDelete
  8. शतक की बधाई....


    _________________
    'शब्द-शिखर' पर पढ़िए भारत की प्रथम महिला बैरिस्टर के बारे में...

    ReplyDelete
  9. बढ़िया सारणी बनाई है भाई नीरज। पूरा खाका खींच दिया सामने, पर यार ये घुमक्कड़ी अभी तुम ही करो, हम तो पांच साल बाद शुरू होंगे।

    ReplyDelete
  10. अरे वाह, सारी कडियाँ एक जगह मिल गयीं। यह तो खोजी पत्रकारिता हो गयी।

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

46 रेलवे स्टेशन हैं दिल्ली में

एक बार मैं गोरखपुर से लखनऊ जा रहा था। ट्रेन थी वैशाली एक्सप्रेस, जनरल डिब्बा। जाहिर है कि ज्यादातर यात्री बिहारी ही थे। उतनी भीड नहीं थी, जितनी अक्सर होती है। मैं ऊपर वाली बर्थ पर बैठ गया। नीचे कुछ यात्री बैठे थे जो दिल्ली जा रहे थे। ये लोग मजदूर थे और दिल्ली एयरपोर्ट के आसपास काम करते थे। इनके साथ कुछ ऐसे भी थे, जो दिल्ली जाकर मजदूर कम्पनी में नये नये भर्ती होने वाले थे। तभी एक ने पूछा कि दिल्ली में कितने रेलवे स्टेशन हैं। दूसरे ने कहा कि एक। तीसरा बोला कि नहीं, तीन हैं, नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और निजामुद्दीन। तभी चौथे की आवाज आई कि सराय रोहिल्ला भी तो है। यह बात करीब चार साढे चार साल पुरानी है, उस समय आनन्द विहार की पहचान नहीं थी। आनन्द विहार टर्मिनल तो बाद में बना। उनकी गिनती किसी तरह पांच तक पहुंच गई। इस गिनती को मैं आगे बढा सकता था लेकिन आदतन चुप रहा।

जिम कार्बेट की हिंदी किताबें

इन पुस्तकों का परिचय यह है कि इन्हें जिम कार्बेट ने लिखा है। और जिम कार्बेट का परिचय देने की अक्ल मुझमें नहीं। उनकी तारीफ करने में मैं असमर्थ हूँ क्योंकि मुझे लगता है कि उनकी तारीफ करने में कहीं कोई भूल-चूक न हो जाए। जो भी शब्द उनके लिये प्रयुक्त करूंगा, वे अपर्याप्त होंगे। बस, यह समझ लीजिए कि लिखते समय वे आपके सामने अपना कलेजा निकालकर रख देते हैं। आप उनका लेखन नहीं, सीधे हृदय पढ़ते हैं। लेखन में तो भूल-चूक हो जाती है, हृदय में कोई भूल-चूक नहीं हो सकती। आप उनकी किताबें पढ़िए। कोई भी किताब। वे बचपन से ही जंगलों में रहे हैं। आदमी से ज्यादा जानवरों को जानते थे। उनकी भाषा-बोली समझते थे। कोई जानवर या पक्षी बोल रहा है तो क्या कह रहा है, चल रहा है तो क्या कह रहा है; वे सब समझते थे। वे नरभक्षी तेंदुए से आतंकित जंगल में खुले में एक पेड़ के नीचे सो जाते थे, क्योंकि उन्हें पता था कि इस पेड़ पर लंगूर हैं और जब तक लंगूर चुप रहेंगे, इसका अर्थ होगा कि तेंदुआ आसपास कहीं नहीं है। कभी वे जंगल में भैंसों के एक खुले बाड़े में भैंसों के बीच में ही सो जाते, कि अगर नरभक्षी आएगा तो भैंसे अपने-आप जगा देंगी।

ट्रेन में बाइक कैसे बुक करें?

अक्सर हमें ट्रेनों में बाइक की बुकिंग करने की आवश्यकता पड़ती है। इस बार मुझे भी पड़ी तो कुछ जानकारियाँ इंटरनेट के माध्यम से जुटायीं। पता चला कि टंकी एकदम खाली होनी चाहिये और बाइक पैक होनी चाहिये - अंग्रेजी में ‘गनी बैग’ कहते हैं और हिंदी में टाट। तो तमाम तरह की परेशानियों के बाद आज आख़िरकार मैं भी अपनी बाइक ट्रेन में बुक करने में सफल रहा। अपना अनुभव और जानकारी आपको भी शेयर कर रहा हूँ। हमारे सामने मुख्य परेशानी यही होती है कि हमें चीजों की जानकारी नहीं होती। ट्रेनों में दो तरह से बाइक बुक की जा सकती है: लगेज के तौर पर और पार्सल के तौर पर। पहले बात करते हैं लगेज के तौर पर बाइक बुक करने का क्या प्रोसीजर है। इसमें आपके पास ट्रेन का आरक्षित टिकट होना चाहिये। यदि आपने रेलवे काउंटर से टिकट लिया है, तब तो वेटिंग टिकट भी चल जायेगा। और अगर आपके पास ऑनलाइन टिकट है, तब या तो कन्फर्म टिकट होना चाहिये या आर.ए.सी.। यानी जब आप स्वयं यात्रा कर रहे हों, और बाइक भी उसी ट्रेन में ले जाना चाहते हों, तो आरक्षित टिकट तो होना ही चाहिये। इसके अलावा बाइक की आर.सी. व आपका कोई पहचान-पत्र भी ज़रूरी है। मतलब